सेक्रेटरी टेक्सटाइल युपी.सिंह (भाप्रसे) ने किया समारोह का अनावरण
कार्पेट एक्सपो में अपने उत्पादों का प्रदर्शन करने वाले प्रमुख कालीन सेक्टर के 200 प्रदर्शक
56 देशों में लगभग 350 कालीन आयातक
थोक खरीदारों को प्रोत्साहित करना लक्ष्य
भारत हस्तनिर्मित कालीनों का दुनिया का सबसे बड़ा निर्यातक है
नई दिल्ली । भारत सरकार के तत्वावधान में कार्पेट एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (सीईपीसी) ने इंडिया कार्पेट एक्सपो के 42वें संस्करण का आयोजन किया। 25-28 मार्च, 2022 तक, एनएसआईसी प्रदर्शनी ग्राउंड, ओखला, नई दिल्ली में आयोजित इस कार्यक्रम में उपेंद्रप्रसाद सिंह (आईएएस), सचिव टेक्सटाइल्स,वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार,शांतमनु, आईएएस,विकास आयुक्त(हस्तशिल्प),टेक्सटाइल्स मंत्रालय, भारत सरकार की गरिमामयी उपस्थिति में कार्यक्रम का कर्टेन रेज़र इवेंट हुआ। उमर हमीद,अध्यक्ष,सीईपीसी,असलम महबूब,दर्पण बरनवाल,इम्तियाज अहमद,मोहम्मद वसीफ अंसारी,रोहित गुप्ता,गुलाम नबी भट,शेख आशिक अहमद, बोध राज मल्होत्रा,महावीर प्रताप शर्मा,सदस्य सीओए, सीईपीसी,उमेशकुमार गुप्ता,पूर्व सीओए सदस्य सीईपीसी,अन्य वरिष्ठ अधिकारी और प्रदर्शक इस एक्सपो में मौजूद थे।
यूपी.सिंह,सचिव,वस्त्र मंत्रालय ने तैयारियों का अवलोकन किया और उल्लेख किया कि “यह एक्सपो हस्तनिर्मित कालीनों के लिए एक-स्टॉप गंतव्य है जो समकालीन खरीदारों, उपयोगकर्ताओं और बेहतरीन दस्तकारी भारतीय कालीनों के पारखी की जरूरतों को पूरा करता है। यह एक्सपो विदेशी कालीन खरीदारों के बीच भारतीय हस्तनिर्मित कालीनो की ‘सांस्कृतिक विरासत और बुनाई कौशल को बढ़ावा देने और बढ़ाने’ के लिए आयोजित किया गया है।”
इंडियन कार्पेट एक्सपो के अनावरण के अवसर पर उपेंद्रप्रसाद सिंह,आईएएस,टेक्सटाइल सेक्रेटरी,टेक्सटाइल मिनिस्ट्री,भारत सरकार ने कहा कि दो दिन पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में बुनकरों और निर्यातकों को वर्ष समाप्त होने से पहले यूएस $400 बिलियन के निर्यात लक्ष्य को पूरा करने के लिए बधाई दी और कहा कि निर्यात में हमारा कपड़ा उद्योग तीसरे स्थान पर होगा जो पहले छठे स्थान पर था।
पीएम मोदी और कपड़ा,वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल हस्तशिल्प के बड़े प्रशंसक हैं और पीएम मोदी ने भारतीय हस्तनिर्मित कालीन उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए ‘माई हैंडलूम, माई हैंडीक्राफ्ट’ का नारा दिया था।
उपेंद्रप्रसाद सिंह ने कहा, महामारी के समय में “उद्योग के सामने जो कठिनाइयाँ आईं, हम ने न केवल सामना किया, बल्कि निर्यात में वृद्धि की संभावनाओं का पता लगाने में भी कामयाब रहे। हस्तनिर्मित कालीन एक ऐसा उत्पाद है जिसे स्पर्श और अनुभव द्वारा मूल्यांकन किया जा सकता है और आशा की जा सकती है कि यह एक्सपो निर्यात में भारी वृद्धि का अवसर प्रदान करेगा।
शांतमनु,आईएएस,विकास आयुक्त (हस्तशिल्प),कपड़ा मंत्रालय,ने कहा,”इंडिया कार्पेट एक्सपो 2022 अंतर्राष्ट्रीय कालीन खरीदारों, एजेंटों और भारतीय कालीन निर्माताओं और निर्यातकों को मिलने और दीर्घकालिक व्यापार संबंध स्थापित करने के लिए एक आदर्श मंच है। इंडिया कारपेट एक्सपो को सदस्य निर्यातकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है और प्रमुख कालीन उत्पादक बेल्टों के 200 प्रदर्शक एक्सपो में अपने नवीनतम उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे हैं।”
सीईपीसी के अध्यक्ष उमर हमीद ने कहा “हम एक व्यापार सृजन की परिकल्पना कर रहे हैं और मेले से संभावित पूछताछ भी कर रहे हैं। कालीन एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल दुनिया भर के 4000 से अधिक विदेशी कालीन आयातकों को एक्सपो में आने का निमंत्रण देती है,जो एक ही स्थान पर पूरे भारत के नवीनतम डिजाइनों और उत्पादों की विविध रेंज के बेहतरीन संग्रह से चुनने का एक उत्कृष्ट अवसर है।
उमर हमीद ने यह भी बताया कि सीईपीसी ने 56 देशों में 350 कालीन आयातकों से पंजीकरण प्राप्त किया जिनमें ऑस्ट्रेलिया,ब्राजील,कनाडा,चिली,फ्रांस,जर्मनी,ईरान,इटली, जापान,जॉर्डन,लेबनान,मैक्सिको,रूस,दक्षिण अफ्रीका,तुर्की, यूके,यूएसए आदि शामिल है। अज़रबैजान,मॉरीशस,कतर, बोल्विया,कोस्टा रिका,घाना,किर्गिस्तान जैसे नए सदस्य देशों के खरीदार भी मेगा एक्सपो में भाग ले रहे हैं। सीईपीसी न केवल थोक खरीदारों को आमंत्रित और प्रोत्साहित कर रहा है, बल्कि इंडिया कारपेट एक्सपो में भाग लेने के लिए नई दिल्ली में होटल में 2 रात का मानार्थ प्रवास भी प्रदान कर रहा है।