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रोजवास की घटना को लेकर अखिल भारतीय अनुसूचित जाति परिषद द्वारा मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को दिया ज्ञापन

देवास।प्रदेश में अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग की महिलाओं के साथ बलात्कार, उत्पीड़न, प्रताड़ना अत्याचार को रोकने के लिए अनुसूचित जाति परिषद द्वारा मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन दिया। ज्ञापन देकर मांग की गई कि मप्र में अभी तक की सबसे ज्यादा आजा,जजा पर अत्याचार हो रहे हैं। हाल ही में शाजापुर जिले के मक्सी थाने के गांव रजवास में अनुसूचित जाति की महिला को अगवा कर बलात्कार किया और पत्थर से कुचल कर उसकी हत्या कर दी गई।आरोपी अब तक पुलिस गिरफ्त से बाहर है। इस प्रकार सिंगरौली जिले की महिला को अगवा कर 21 दिन तक उसके साथ बलात्कार किया गया। जिसमें सत्ताधारी पार्टी के नेता शामिल थे। उन्हें भी आज तक पुलिस ने नहीं पकड़ा है। इसी प्रकार दलितों के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है। छतरपुर जिले के गांव में शादी समारोह में कुर्सी पर बैठकर खाना खाने पर एक बार परिवार के युवक को पीट-पीटकर अधमरा कर दिया खरगोन जिले के मंदिर में अनुसूचित जाति की कन्या को मंदिर में जाने से पुजारी और वहां की अन्य महिलाओं ने रोक दिया इसी प्रकार कहीं घटनाएं मध्यप्रदेश में हो रही है इसे रोकने के लिए उसका विरोध स्वरूप अनुसूचित जाति परिषद द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया और मांग की गई कि एक तरफ तो सरकार व पार्टी सामाजिक समरसता अभियान चला रही है। मंत्री या सांसद, विधायक कुछ देर के लिए उनके घर जाकर खाना खाने का ढोंग कर रहे हैं।वंही राज्य मंत्री पत्तल में खाना खा रहे हैं। इस प्रकार के भेदभाव नीति दोगली नीति को समाप्त करने के लिए अखिल भारत अनुसूचित जाति परिषद ने ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन का वाचन अध्यक्ष आत्माराम परिहार ने कियाइस अवसर पर कार्यकारी अध्यक्ष जयप्रकाश मालवीय, बाबूलाल मालवीय, उपाध्यक्ष संजय रैकवार, डा॰मुन्ना सरकार, राजेश गोंदिया, गजेन्द्र सिंह बरगडे, दीपक मालवीय, बाबूलाल गवलिया, देवेन्द्र चौहान सिगाराम पराग, गीता पराग कबीर भजन गायिका, राजेश मालवीय,धर्मेंद्र जाटव, सुभाष मालवीय आदि उपस्थित थे।

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