इंदौर। देश का सबसे स्वच्छ और सबसे स्मार्ट शहर इंदौर शनिवार को प्रदेश का पहला ऐसा शहर भी बन गया, जहां मेट्रो की शुरुआत हो गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मेट्रो के लिए तैयार गांधीनगर स्टेशन पर पूजन किया फिर हरी झंडी दिखाकर मेट्रो के ट्रायल रन का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने गांधीनगर स्टेशन से सुपर कारिडोर स्टेशन नंबर तीन तक मेट्रो कोच में यात्रा भी की।
टेंपो से लेकर मेट्रो तक का सफर:—
ट्रायल रन का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री ने इंदौर को मेट्रोपालिटन सिटी बनाने की घोषणा भी की। सीएम शिवराज ने कहा कि इंदौर से उज्जैन और पीथमपुर तक भी मेट्रो चलाई जाएगी। मेट्रो की शुरुआत के साथ इंदौर का नया दौर प्रारंभ हो गया है। शहर ने टेंपो से लेकर मेट्रो तक का सफर पूरा कर लिया है। यहां परिवहन क्रांति की शुरुआत हो चुकी है।
दोपहिया से भी सस्ता होगा मेट्रो का सफर:—
शिवराज सिंह ने कहा कि मेट्रो का सफर दोपहिया वाहन की तुलना में भी काफी सस्ता होगा। अगले कुछ महीनों में बाकी स्टेशनों को भी जोड़ा जाएगा। निर्माण एजेंसी को मेट्रो का काम तेजी से करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। उन्होंने मंच से ही मेट्रो प्रोजेक्ट के एमडी से कहा कि पांच से छह माह में ही मेट्रो को जनता के लिए चलाना शुरू कर दें।
अगले सिंहस्थ तक उज्जैन तक बिछेंगी मेट्रो की पटरियां
सांसद शंकर लालवानी ने मंच से मुख्यमंत्री से मांग की कि मैं इंदौर की जनता की ओर से तीन बातें रखना चाहता हूं। इंदौर में जीएसटी ट्रिब्यूनल खुलना चाहिए। इंदौर से उज्जैन और पीथमपुर तक भी मेट्रो चलाई जाए। दोनों मार्गों का फिजिकल सर्वे पूरा हो चुका है और इंदौर को मेट्रोपालिटन अथारिटी घोषित किया जाए। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा इंदौर से उज्जैन-पीथमपुर के बीच मेट्रो चलेगी। अगले सिंहस्थ तक मेट्रो की पटरियां उज्जैन तक बिछाई जाएंगी। मेरा संकल्प है कि 2028 में आप सिंहस्थ में इंदौर से उज्जैन मेट्रो में बैठकर जाएंगे। इसके लिए सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।
45 मिनट में उज्जैन पहुंच सकेंगे लोग:–
लवकुश चौराहे से उज्जैन तक रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) बनाने की कवायद की खबर नईदुनिया ने दो माह पहले प्रमुखता से प्रकाशित की थी। शनिवार को मुख्यमंत्री ने इसकी भी घोषणा कर दी। दिल्ली मेट्रो रेल कार्पोरेशन कंसल्टेशन द्वारा इस रूट पर सर्वे किया जा चुका है। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन द्वारा दिल्ली से मेरठ के बीच शुरू की गई आरआरटीएस के बाद इंदौर से उज्जैन के बीच इस तरह की ट्रेन सेवा का यह देश में दूसरा प्रोजेक्ट होगा।इसी तर्ज पर इंदौर से पीथमपुर के बीच भी एलिवेटेड रेल कारिडोर तैयार होगा।
महाकाल दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को मिलेगी सुविधा श्री महाकाल महालोक तैयार होने के बाद देशभर से महाकाल दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। अनुमान के मुताबिक, हर दिन इंदौर से डेढ़ लाख से ज्यादा लोग सड़क मार्ग से उज्जैन जाते हैं। आरआरटीएस बनने के बाद लोगो को आवाजाही में काफी सुविधा होगी। इसके शुरू हो जाने के बाद लोग 45 मिनट में इंदौर से उज्जैन पहुंच सकेंगे।