देवास। रामनगर ब्रिज को पिछले दिनों एक हादसे के बाद बंद कर दिया गया था। उसके बाद कांग्रेस नेता प्रदीप चौधरी ने ब्रिज पर प्रेसवार्ता कर कहा था कि कहा कि या तो ब्रिज को तोड़ दिया जाए या फिर इसमें कुछ हिस्सा जोड़ दिया जाए। उन्होंने कहा था कि निर्णायक काम होना चाहिए। इसके बाद अब अभिभाषक संघ भी ब्रिज को लेकर सामने आया और उन्होनें भी ब्रिज बंद करने का विरोध कर इसका स्थाई निकारकण निकालने की मांग की है। रामनगर से बावडिय़ा तक बने फ्लाय ओवर ब्रिज को लेकर लगातार विरोध देखा जा रहा है। पिछले दिनों एक घटना के बाद ब्रिज को बंद कर दिया गया था। उसके बाद से यहां आवागमन में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि इस ब्रिज पर अगर डिवाइडर बनाया गया तो सडक़ की चौड़ाई कम हो जाएगी। अगर किसी का वाहन बिगड़ गया तो एक और से जाम लग सकता है। लोगों का कहना है कि ब्रिज पर इंदौर की और से वाहनों को आने दिया जाए। इस मामले को लेकर आज दोपहर में अभिभाषक संघ ब्रिज बंद होने को लेकर एकत्रित हुआ और विरोध दर्ज किया। अभिभाषकों का कहना है कि ब्रिज को बंद करने से आमजन परेशान हो रहे हैं। करोड़ों रुपए की लागत से जब इस ब्रिज का निर्माण किया गया तो आमजन के लिए क्यों नहीं खोला जा रहा है। अगर ब्रिज के निर्माण में कोई गड़बड़ी है तो इंजीनियर या एक्सपर्ट को बुलाकर इसकी विधिवत जांच कराई जाए। ब्रिज पर एकत्रित अभिभाषकों से चर्चा करने के लिए एसडीएम बिहारी सिंह पहुंचे उन्होनें अभिभाषकों की समस्या सुनी और उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी समस्या का जल्द निराकरण किया जाएगा। वहीं बताया गया है कि ब्रिज की दूसरी और डिवाइडर बनाने के लिए निर्माण कार्य शुरु कर दिया गया है।
किसके आदेश से बंद किया,क्यों बंद किया है:—-
अभिभाषक संघ के अध्यक्ष अशोक वर्मा ने कहा कि हम यह पता करने आए हैं कि यह किसके आदेश से बंद किया गया है, क्यों बंद किया गया है। अगर कोई टेक्नीकल समस्या है तो इंजीनियर से हल कराया जाए। इसका विधिवत निराकरण करना चाहिए। ब्रिज को लेकर राजनीति लोग कर रहे हैं। मगर राजनीति के कारण इसका निराकरण प्रशासन को करना है। प्रशासन क्यों आगे नहीं आ रहा है। ब्रिज को खोला जाना चाहिए। ब्रिज को बगैर आदेश के बंद किया गया है। ब्रिज के बीच में डिवाइडर बनाया जाए। किसी भी समस्या का हल किसी चीज को बंद करने से नहीं निकलता है। उन्होनें कहा कि यह नेशनल हाइवे की प्रापर्टी है,इसे बंद करने के लिए नोटिफिकेशन जारी किया जाता है। लेकिन ऐसा कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया।
सुरक्षित और सर्वमान्य हल निकाला जाएगा:—-
एसडीएम बिहारी सिंह ने बताया कि अभिभाषकों से चर्चा हुई है उनकी मांग पर विचार कर रहे हैं कि सुरक्षित और सर्वमान्य हल निकाला जाए, जिससे यातायात भी सुगम रहे और लोगों को परेशानी ना हो घटनाओं पर रोक लग सके। अभिभाषकों की मांग है कि ब्रिज सुरक्षित तरीके से शुरु किया जाए। जिला प्रशासन पूर्ण रुप से सक्षम है इन सभी परिस्थितियों के अनुसार कोई इमरजेंसी होती है तो निर्णय ले सकता है।