राजगढ़ । जहां आज सभी कह रहे कि भारत मे रहने वाले हिंदूओं पर लगातार हमलें के बाद भी हिन्दू एक नहीं हो रहे,हिंदू हिंदू कहने वाले वो लोग ग्रामीण क्षेत्रों में क्यों नहीं जाते जहां एक हिंदू दुसरे हिंदू को जातिवाद के नाम पर प्रताड़ित करते हैं, अपने आप को दबंग कहलाने वाले वहीं के गरीब लाचार दलितों पर अत्याचार करते हैं उनकी बारात रोकते हैं, नहीं मानने पर दाना पानी बंद कर देते हैं।ऐसे में प्रशासन भी उनकी मदद नहीं करता है जब लोग सड़कों पर उतरते हैं तभी उनकी सुनवाई होती हैं।ऐसा ही मामला अभी सारंगपुर से 21 किलोमीटर दूर बापचा गांव में देखने को मिला ।
बताया गया कि गांव के ही रामचरण पिता गणपत दलित (चमार)की शादी थी उसें गांव के दबंग ठाकुरों ने गांव में घोड़ी पर बारात निकालने से मना कर दिया था । लेकिन वह नहीं माना और बारात निकाली जो दबंगों को उनकी शान के खिलाफ लगी तो ठाकुरों ने मेहमानों के साथ मारपीट की,और वे यही तक नहीं रूके और गांव के दलितों का दाना पानी बंद कर दिया है, 3 दिन से ग्रामीणजन परेशान हो रहे हैं,पंचायत में खबर करने के बाद भी पानी का टेंकर तक नहीं भेजा गया, स्थानीय प्रशासन भी इनकी सुनवाई नहीं कर रहा है । जब ये बात अभाबलाई महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज परमार को ज्ञात हुई तो परमार द्वारा 28 अप्रेल को राजगढ़ कलेक्टर का घेराव कर दबंगों पर उचित कार्यवाही व दलितों का दाना पानी शुरू करने की मांग की जाएंगी।
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